वन्दे भारतमातरम् !!! |
वन्दे भारतमातरम् !!!
हम भारतवासी माँ की भान्ति ही पृथ्वी , नदी , कई जीव- जन्तु और यहाँ तक की अपने देश , अपनी राष्ट्र को माता के सामान पूजनीय मान नित्यप्रति नमन करते हैं , वन्दन
रत्नाकराधौतपदां हिमालायकिरीटिनीम !
ब्रह्मराजर्षिरत्नाढयां वन्दे भारतमातरम् !!!
अर्थात -रत्नों की खान समुद्र जिसके पैर धोता है, हिमालय जिसका मुकुट है, ब्रह्मर्षियों और राजर्षियों रुपी रत्नों से समृद्ध ऐसी भारतमाता की मैं वंदना करता हूँ !!!
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