Wednesday, April 2, 2014

क्यूँ उन लोगो का मरना हमेशा संदेह का कारण रहा जो प्रखर भारतवर्ष और मजबूत हिन्दू की बात करते है , जो भारत , भारतीय और भारतीयता के कट्टर समर्थक होते हैं ? अशोक "प्रवृद्ध"


वन्दे भारतमात्तरम !!!


क्यूँ उन लोगो का मरना हमेशा संदेह का कारण रहा जो प्रखर भारतवर्ष और मजबूत हिन्दू की बात करते है , जो भारत , भारतीय और भारतीयता के कट्टर समर्थक होते हैं ? 
अशोक "प्रवृद्ध"

वर्तमान में आज भी आर्य सनातन वैदिक धर्मावलम्बी हिन्दू समाज साजिशो का शिकार है l यही कारण है कि  भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में बनी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार में भी आर्य सनातन वैदिक धर्मावलम्बी  हिन्दू समाज का उद्दार नहीं हुआ l मित्रो ! आखिर क्या कारण है कि सुश्री उमा भारती हो, साध्वी प्रज्ञा जी हो , बाबा रामदेव हों , आसाराम बापू हों ,स्व. राजीव दीक्षित जी हो, गोविन्द्चार्य जी हो सभी आर्य सनातन वैदिक धर्मावलम्बी हिन्दू समाज के पटल पर होने के बाद अर्थात समाज के पटल पर आने के पश्चात यकायक साजिशो के शिकार क्यूँ हो जाते है? आज भी यह पता नहीं कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी कैसे मरे, दीन दयाल उपाध्याय कैसे मरे, लाल बहादुर शास्त्री  कैसे मरे, सुभाष चन्द्र बोस कैसे मरे ? क्यूँ उन लोगो का मरना हमेशा संदेह का कारण रहा जो प्रखर भारतवर्ष और मजबूत हिन्दू की बात करते है , जो भारत , भारतीय और भारतीयता के कट्टर समर्थक होते हैं ? भारतीय मित्रों ! इन ऐतिहासिक तथ्यों को कतई झुठलाया नहीं जा सकता l इन ऐतिहासिक तथ्यों के परिप्रेक्ष्य में आज भी आर्य सनातन वैदिक धर्मावलम्बी हिन्दू और गौरवमयी भारतवर्ष के हिन्दू शूरवीरों के लिए षड्यंत्र कम नहीं हुए है l अब यह स्वयंसिद्ध हो चुका है कि आर्य सनातन वैदिक धर्मावलम्बी हिन्दू प्रखरता की बात चाहे कोई हिन्दू उठाये हमेशा ही संदेहास्पद स्थिति में उनके साथ अन्याय हुआ है l छद्म स्वाधीन भारतवर्ष में अधिकाँश समय तक इस देश पर राज करने वाली प्रमुख शक्ति नहीं चाहती कि आर्य सनातन वैदिक धर्मावलम्बी  हिन्दू आत्मसम्मान के साथ भारतवर्ष को प्रगति के रास्ते पर ले जाये l वह हमेशा से एक लुंज -  पुंज शासन - व्यवस्था भारतवर्ष में चाहती है l वह भारतवर्ष में स्वराज्य स्थापित होते अर्थात भारत , भारतीय और भारतीयता के कट्टर समर्थकों का राज्य स्थापित होते नहीं देखना चाहती l वह आधी - अधूरी प्रगति ही भारतवर्ष  को देना चाहती है l वह शक्ति भीख में अर्थात अनुदान में विकास दर देना चाहती है और संसार में आर्य सनातन वैदिक धर्मावलम्बी हिन्दू को आत्मनिर्भर नहीं होने देना चाहती और समय  - समय पर आर्य सनातन वैदिक धर्मावलम्बी हिन्दू समाज, हिन्दू जाति ,हिन्दू वीर, हिन्दू शक्ति को खंड - खंड करती रहती है l इसलिए ऐसी राष्ट्रविरोधी शक्ति से निजात पाने के लिए , इस समस्या के समाधान के लिए अर्थात स्वराज्य संस्थापनार्थ भारत , भारतीय और भारतीयता के कट्टर समर्थक राजनीतिक पार्टी और प्रत्याशियों को अपना मत देकर विधर्मी , विदेशी और विदेशी मानसिकता के लोगों की पार्टी और लोगों को सत्ता से निकाल कांग्रेस मुक्त भारतवर्ष निर्माण में सहभागी बनें l


वन्दे भारतमात्तरम !!!

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