शुभ दीपावली
प्रतिवर्ष कार्तिक मास (अकतूबर – नवम्बर) के कृष्ण पक्ष के अन्तिम दो दिनों तक मनाया जाने वाला दीपावली पर्व के साथ भारतीयों के कई स्मरण (याद) , यथा , धन सम्पति की देवी लक्ष्मी तथा भगवान विष्णु का विवाह, महाकाली दुर्गा दूारा महिषासुर का वध, तथा भगवान ऱाम की रावण पर विजय के पश्चात अयोध्या में वापसी, कृष्ण के द्वारा नरकासुर का वध दिवस की समृति के साथ ही तीक्ष्ण विद्यापिपासु महर्षि दयानंद सरस्वती निर्वाण दिवस एवं जैनियों के तीर्थंकर महावीर के निर्वाण दिवस आदि मुख्य रूप से जुड़े हुए हैं , परिणामस्वरूप दीपावली के शुभ पावन अवसर पर भारतीय पारंपरिक रूप से घरों , मुहल्लों , देवालयों , बाग़- बगीचा, कूप, खेत - खलिहानों ,नगर , गाँव आदि को साफ - स्वच्छ कर दीपमाला जलाकर और आतिशबाजी कर समारोहपूर्वक उत्सव मनाने की परिपाटी है ।
आर्य सनातन वैदिक हिन्दू धर्म हर व्यक्ति को सदैव असत्य को त्यागकर सत्य की खोज अर्थात अंधकार से रोशनी की ओर बढ़ने के लिये प्रोत्साहित करता है।
तमसो मा ज्योतिर्गमय।
शुभ दीपावली।
सुख- समृद्धि , ऐश्वर्य - वैभव की मंगलकामनाओं के साथ सभी भारतीय मित्रों को दीपावली की अनंत अशेष शुभ कामनाएं और बहुत -बहुत बधाई।
प्रतिवर्ष कार्तिक मास (अकतूबर – नवम्बर) के कृष्ण पक्ष के अन्तिम दो दिनों तक मनाया जाने वाला दीपावली पर्व के साथ भारतीयों के कई स्मरण (याद) , यथा , धन सम्पति की देवी लक्ष्मी तथा भगवान विष्णु का विवाह, महाकाली दुर्गा दूारा महिषासुर का वध, तथा भगवान ऱाम की रावण पर विजय के पश्चात अयोध्या में वापसी, कृष्ण के द्वारा नरकासुर का वध दिवस की समृति के साथ ही तीक्ष्ण विद्यापिपासु महर्षि दयानंद सरस्वती निर्वाण दिवस एवं जैनियों के तीर्थंकर महावीर के निर्वाण दिवस आदि मुख्य रूप से जुड़े हुए हैं , परिणामस्वरूप दीपावली के शुभ पावन अवसर पर भारतीय पारंपरिक रूप से घरों , मुहल्लों , देवालयों , बाग़- बगीचा, कूप, खेत - खलिहानों ,नगर , गाँव आदि को साफ - स्वच्छ कर दीपमाला जलाकर और आतिशबाजी कर समारोहपूर्वक उत्सव मनाने की परिपाटी है ।
आर्य सनातन वैदिक हिन्दू धर्म हर व्यक्ति को सदैव असत्य को त्यागकर सत्य की खोज अर्थात अंधकार से रोशनी की ओर बढ़ने के लिये प्रोत्साहित करता है।
तमसो मा ज्योतिर्गमय।
शुभ दीपावली।
सुख- समृद्धि , ऐश्वर्य - वैभव की मंगलकामनाओं के साथ सभी भारतीय मित्रों को दीपावली की अनंत अशेष शुभ कामनाएं और बहुत -बहुत बधाई।
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